ROM in Hindi-
आप जब भी नया मोबाइल लेने जाते है तो यह अवश्य पूछते है की इसमें ROM कितना है और आप हमेशा ज्यादा ROM वाला मोबाइल लेना पसंद करते है क्योकि हम उसमे ज्यादा file और data को save करके रख सकते है तो अब बात आती है की यह ROM क्या है और यह RAM से किस प्रकार अलग है |
जैसा की हम लोग जानते है की COMPUTER में दो तरह की memory पायी जाती है –
1 -PRIMARY MEMORY
2 -SECONDARY MEMORY
Primary Memory भी दो प्रकार के होते है – RAM और ROM
ROM क्या होता है ( What is ROM in Hindi )
पिछले लेख में हमने RAM के बारे में पढ़ा था तथा आज हम इस लेख में ROM के बारे में पढ़ेंगे | जैसा की हमने RAM वाले लेख में पढ़ा था की यह एक अस्थाई Memory होती है जिसमे कंप्यूटर को बंद करने पर Data उसमे से गायब हो जाता है लेकिन ROM में ऐसा नहीं होता है |
यह एक स्थाई Memory होती है तथा इस मेमोरी में संगृहीत प्रोग्राम बदले नहीं जा सकते ,उन्हें केवल पढ़ा जा सकता है ,इसलिए इस मेमोरी को Read Only Memory (ROM ) कहते है | इस मेमोरी में Fix Program रहते है जिन्हे आसानी से बदला नहीं जा सकता | उदाहरण के लिए,BIOS नामक Program जो computer को on करने में मदद करता है ,ROM में ही स्थित रहता है |
ROM कितने प्रकार के होते (Types of ROM इन Hindi )
ROM चार प्रकार के होते है –
1 -PROM
2 -MROM
3 -EPROM
4 -EEPROM
1 -PROM (Programmble Read Only Memory) – PROM Digital
मेमोरी का एक प्रकार है जहाँ प्रत्येक Bit छोटे -छोटे fuse के द्वारा lock रहती है | इस प्रकार की मेमोरी में Data हमेशा सुरक्षित रहता है और इसमें एक बार ही Program भरा जा सकता है | इसके बाद , एक बार प्रोग्राम भर देने के बाद इसमें दोबारा erase करके प्रोग्राम नहीं भरा जा सकता | PROM का उपयोग Digital उपकरणों में Data को हमेशा सुरक्षित रखने के लिए किया जाता है |
2 -MROM (Masked Read Only Memory )
– सबसे पहले इसी प्रकार की ROM का उपयोग हुआ था परन्तु अब इसका इस्तेमाल नहीं होता होता है | इस मेमोरी में पहले ही pre -program Data को store कर दिया जाता था | इस तरह के मेमोरी भी काफी महंगे हुआ करते थे परन्तु अब इनका इस्तेमाल नहीं होता है |
3 – EPROM (Erasable And Programmable Read Only Memory ) –
जैसा की इसके नाम से नाम जान पड़ता है की इस तरह के मेमोरी को Erase तथा Reprogram किया जा सकता है | इस मेमोरी को Erase करने के लिए इसमें से strong ultravoilet light प्रयोग किया जाता है |
4 – EEPROM (Electrically Erasable And Programmable Read Only Memory )
– इस मेमोरी को हम कई बार Erase और Program भी कर सकते है | इसके अलावा , हम इस मेमोरी के किसी भी Location यानि की Bit को select कर सकते है तथा उसे Erase और Program कर सकते है और हमें पूरे Memory Card को खली है |
ROM full form in Hindi
ROM का full form Read Only Memory होता है |
Advantages Of ROM in Hindi –
1-यह एक स्थाई मेमोरी होती है जो DATA को स्थाई रूप से रखता है इसलिए इसे Non -Volatile भी कहा जाता है
2-यह RAM के मुकाबले काफी सस्ता होता है |
3-इस मेमोरी का उपयोग system software को के भरने लिए जाता है जैसे BIOS इत्यादि |
4 -ये RAM के मुकाबले काफी ज्यादा size तक बाजार में उपलब्ध है |
निष्कर्ष ( Conclusion )
तो दोस्तों में उम्मीद करता हूँ की ROM क्या है ( What is ROM in Hindi) आप अच्छे से समझ गए होंगे लेकिन फिर आपका इससे सम्बंधित कोई Question है तो आप हमें Comment में जरूर बताये
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